माँ
माँ की ममता, फूलों जैसी, माँ की छवि महान,
माँ की सूरत में दिखता है धरती पर भगवान ।
माँ
माँ के बिना दुनिया की हर चीज़ कोरी है,
दुनिया का सबसे सुंदर संगीत माँ की लोरी है ।
माँ
माँ तू कितनी अच्छी है, मेरा सब कुछ करती है,
भूख मुझे जब लगती है, खाना मुझे खिलाती है,
जब मैं गन्दा होता हूँ, रोज मुझे नहलाती है,
जब मैं रोने लगता हूँ, चुप तू मुझे कराती ही,
माँ मेरे मित्रों में सबसे पहले तू ही आती है ।
माँ
हमारा जन्मदिन,, हमारी ज़िन्दगी का वी एकमात्र दिन,
जब हमारी माँ हमारे रोने पर मुस्कराई होगी ।
माँ
प्यार करना उसका उसूल है,
दुनिया की मोहब्बत फिजूल है,
माँ की हर दुआ कबूल है,
माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ।
माँ
“माँ कैसी हो ” इतना ही पूछ,
उसे मिल गया सब कुछ ।
माँ
मेरी तकदीर में एक भी गम ना होता,
अगर तकदीर लिखने का हक मेरी माँ का होता ।
माँ
जब जब कागज पर लिखा मैंने माँ का नाम,
कलम अदब से बोल उठी हो गए चारों धाम ।