जज- तुम पर आरोप है की तुमने अपनी सास को तीसरी मंजिल की खिडकी से नीचे सडक पर फेंक दिया | क्या तुम बताओगे कि तुमने ऍसा क्यों किया ?
अभियुक्त- श्रीमान मै उनसे तंग आ गया था | औए कोई विशेष बात नही थी |
जज - लेकिन सडक पर तो हजारो लोग जाते रहते है ?
अभियुक़्त- लेकिन साहब हो जल्दी हो गया |
जज - परन्तु तुमे खिडकी से नीचे देखकर फेंक देते ?
ताकी किसी रास्ते चलते राहगीर पर ना गिरे ?
किसी आदमी पर वह गिर जाती तो उस की क्या दशा होती |